त्योहारी सीजन में हमारे यहां चांदी के सिक्के देने का काफी प्रचलन है। मगर इस बार आपको गिफ्ट के तौर पर अगर 'चांदी के नोट' मिलें, तो हैरान न हों। गिफ्ट बाजार में बदलाव लाने के प्रयास में सोना-चांदी का कारोबार करने वाली कंपनियों ने इस बार चांदी के सिक्कों के साथ चांदी के नोट बाजार में पेश करने का फैसला किया है। इसका आगाज सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने किया है।
चांदी के नोट 20, 50 और 100 रुपये के शेप के बनाए गए हैं। इसमें असली नोटों की तुलना में बस अंतर यह है कि इसमें आराध्य देवी-देवताओं की तस्वीर बनी हुई हैं। फिलहाल चांदी के नोटों को 20 से लेकर 100 ग्राम की रेंज में बनाया गया है। इनकी कीमत 700 से 3800 रुपये रखी गई है।
एमएमटीसी के अधिकारियों का कहना है कि इस बार सोने-चांदी के जितने गिफ्ट आइटम बाजार में पेश किए गए हैं, उनमें सबसे अधिक डिमांड चांदी के नोटों की है। लोग काफी दिलचस्पी के साथ इसकी खरीदारी कर रहे हैं। बेशक प्राइस रेंज में यह चांदी की सिक्कों की तुलना में कुछ ज्यादा है, मगर लुक और साइज के लिहाज से यह सिक्कों से ज्यादा बड़ी है। यही कारण है कि इसकी लागत बढ़ जाती है।
चांदी के नोटों में लोगों की रुचि को देखते हुए जूलर्स ने इसको कम प्राइस रेंज में बाजार में उतारने का मन बनाया है। अगले कुछ दिनों में 5 से 10 ग्राम के चांदी के नोट भी बाजार में उतारने की योजना बनाई गई है। कमोडिटी बाजार की सर्वे एजंसी विनायक इंक के प्रमुख विजय सिंह का कहना है कि भारतीय ग्राहक भी अब हर चीज में बदलाव चाहते हैं। एक लंबे समय से सिक्कों का प्रचलन त्योहारी सीजन में रहा है। चांदी या सोने की खरीदारी की त्योहारी सीजन में परंपरा रही है। सिक्कों की जगह अगर चांदी के नोट बाजार में आ रहे हैं, तो बदलाव के तौर पर इसका स्वागत होना तय है।
कारोबारियों का कहना है कि चांदी के नोटों की कीमतों में और कमी आ सकती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसमें चांदी की कितनी शुद्धता होती है। आम तौर पर चांदी-999 के रेंज को पूर्ण शुद्ध माना जाता है। इसमें चांदी की शुद्धता 91 पर्सेंट की होती है। लोगों में चांदी के नोटों के प्रति दिलचस्पी को देखते हुए आम आदमी तक चांदी के नोट पहुंचाने के लिए इसकी शुद्धता को थोड़ा कम करके इसकी कीमत को भी कम किया जा सकता है।
चांदी के नोट 20, 50 और 100 रुपये के शेप के बनाए गए हैं। इसमें असली नोटों की तुलना में बस अंतर यह है कि इसमें आराध्य देवी-देवताओं की तस्वीर बनी हुई हैं। फिलहाल चांदी के नोटों को 20 से लेकर 100 ग्राम की रेंज में बनाया गया है। इनकी कीमत 700 से 3800 रुपये रखी गई है।
एमएमटीसी के अधिकारियों का कहना है कि इस बार सोने-चांदी के जितने गिफ्ट आइटम बाजार में पेश किए गए हैं, उनमें सबसे अधिक डिमांड चांदी के नोटों की है। लोग काफी दिलचस्पी के साथ इसकी खरीदारी कर रहे हैं। बेशक प्राइस रेंज में यह चांदी की सिक्कों की तुलना में कुछ ज्यादा है, मगर लुक और साइज के लिहाज से यह सिक्कों से ज्यादा बड़ी है। यही कारण है कि इसकी लागत बढ़ जाती है।
चांदी के नोटों में लोगों की रुचि को देखते हुए जूलर्स ने इसको कम प्राइस रेंज में बाजार में उतारने का मन बनाया है। अगले कुछ दिनों में 5 से 10 ग्राम के चांदी के नोट भी बाजार में उतारने की योजना बनाई गई है। कमोडिटी बाजार की सर्वे एजंसी विनायक इंक के प्रमुख विजय सिंह का कहना है कि भारतीय ग्राहक भी अब हर चीज में बदलाव चाहते हैं। एक लंबे समय से सिक्कों का प्रचलन त्योहारी सीजन में रहा है। चांदी या सोने की खरीदारी की त्योहारी सीजन में परंपरा रही है। सिक्कों की जगह अगर चांदी के नोट बाजार में आ रहे हैं, तो बदलाव के तौर पर इसका स्वागत होना तय है।
कारोबारियों का कहना है कि चांदी के नोटों की कीमतों में और कमी आ सकती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसमें चांदी की कितनी शुद्धता होती है। आम तौर पर चांदी-999 के रेंज को पूर्ण शुद्ध माना जाता है। इसमें चांदी की शुद्धता 91 पर्सेंट की होती है। लोगों में चांदी के नोटों के प्रति दिलचस्पी को देखते हुए आम आदमी तक चांदी के नोट पहुंचाने के लिए इसकी शुद्धता को थोड़ा कम करके इसकी कीमत को भी कम किया जा सकता है।
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