वित्तीय सुस्ती के दौरान कर्ज की मांग बढ़ाने के लिए बैंक सितंबर के बाद से ब्याज दरों में लगातार कमी कर रहे थे, लेकिन अब अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेतों को देखते हुए बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने के संकेत दे रहे हैं। बैंकरों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ब्याज दरें अपने निचले स्तर से उबर चुकी हैं। बैंकरों का कहना है कि अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ आने वाले महीनों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है।
फिक्की-आईबीए की ओर से आयोजित एक सेमिनार के दौरान आईसीआईसीआई बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ चंदा कोचर ने कहा, 'मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ब्याज दरें अपने निचले स्तर से ऊपर उठ गई हैं। इसके बाद धीरे-धीरे ब्याज दरें बढ़ेंगी। अब कर्ज लेने की रफ्तार बढ़ने के साथ ब्याज दरों में इजाफा होगा।'
बिल्डरों द्वारा मकान के दामों में कमी करने से होम लोन बाजार में मांग फिर बढ़ी है। हालांकि, जिन क्षेत्रों में कीमतें कम नहीं हुई हैं, वहां मांग में अब भी कमी बरकरार है।
आईडीबीआई बैंक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर योगेश अग्रवाल ने भी कहा कि ब्याज दरें अपने निचले स्तर से निकल चुकी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिवाली के बाद ब्याज दरों में तेजी आ सकती है।
बस दिवाली तक की देर..फिर बढ़ेंगी ब्याज दरें 'ब्याज दरें बॉटम आउट हो चुकी हैं। ...दिवाली के बाद ब्याज दरों में तेजी आनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि बाजार में मौजूद चुनौतियों के बावजूद दूसरी तिमाही में आईडीबीआई बैंक के नेट इंटरेस्ट मार्जिन(एनआईएम) पर कोई दबाव नहीं देखा गया है।
एचडीएफसी बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर आदित्य पुरी का भी यही कहना है कि बैंक के एनआईएम पर किसी तरह का दबाव नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि बाजार की चुनौतीपूर्ण हालत के बाद भी दूसरी तिमाही में बैंक की ट्रेजरी आय पर किसी तरह का कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ने वाला है।

1 Comment:

  1. सुबोध said...
    कर्ज तो कर्ज है अच्छा है बेहतर माहौल में ले लिया जाए

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