रूठने मनाने का सिलसिला पुराना है..

यही शायद रिश्तो में मिठास भरता है...

प्यार और लड़ाई का रिश्ता पुराना है..

यही तो सबको करीब लाता है...

रिश्तो में कड़वाहट आम बात है..

लेकिन उनमें मिठास भरीए तो बात है...

रूठने मनाने का सिलसिला पुराना है..

1 Comment:

  1. संजय भास्‍कर said...
    बहुत सुन्दर रचना ।
    ढेर सारी शुभकामनायें.

    SANJAY BHASKAR
    HARYANA
    http://sanjaybhaskar.blogspot.com

Post a Comment



Blogger Templates by Blog Forum