जो देखने में बहुत ही करीब लगता है उसी के बारे में सोचो तो फासला निकले....ये कही हुई लाइनें अपने आपमें अपने ही वजूद को हिलाने वाली है... ऐसा क्यों होता है....कि आप जिसको अपने सबसे करीब मानते है..वो ही आपसे सबसे दूरी पर होता है....आप जिससे दुनिया से बचाते हो वो ही आपको दुनिया के बीच लाकर खड़ा कर देता है....क्यो ऐसा होता है...जो भी हो ये बहुत दर्द देने वाला होता है...क्यों वो रिश्तें जिन्हें हम जितनी मजबूती से बाधंते है....वो उतनी ही आसानी से टोटने वाले होते है..क्यो रिश्तों के बीच दुनियादारी हमेशा भारी पड़ती है....कुछ काम कुछ सवाल हमेशा क्यो अधुरे से मन में रह जाते है...क्या वाकई रिश्ते इतने कमजोर और अनसुलझे से होते है...ये चन्द सवाल क्यों हमेशा दिलों दिमाग को झकझोर देने वाले होते है...
2 Comments:
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- सुबोध said...
September 2, 2009 at 8:59 AMलगता है आपको किसी ने दुख पहुंचाया है...अगर ऐसा है तो उसे जी भर को कोसिये...आपको दिल खुद हलका हो जाएगा- सुबोध said...
September 2, 2009 at 8:59 AMक्यों ठीक है ना
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