एनआईएस पटियाला, एथलीटों का ट्रेनिंग हब. यहां कई कैम्प चल रहे है... इनमें पुरूष बॉक्सिंग कैम्प भी है..१६ जुलाई को सेलेक्शन ट्रायल था...इससे देखने के लिए बॉक्सिंग से जुड़े बहुत से लोगों के साथ-साथ मीडिया के लोग भी मौजूद थे...इन लोगो की आवभगत (चाय,पानी आदि सर्व करने में) लगी थी.. दो लड़किया.. इनमें से एक लड़की थी..विश्व चैंपियनशिप की कांस्य विजेता रेनू गोंरा... और पूछने पर पता चला कि कि आज उसके पास कोई नौकरी नहीं है..इसलिए उसने एनआईएस से एक साल का कोचिंग कोर्स कर लिया...जिससे उसे खेल का थोड़ा नॉलेज हो जाए और हो सकता है...कोई जॉब भी मिल जाएं...और फिर बताती है... कि सर जो कहते है...करना पड़ता है...सर ने यहां चाय पानी पिलाने में हमारी डयूटी लगाई थी...और वही हम कर रहे है...उसका कहना है,,कि वो सीनियर है..तो उनकी बात तो माननी ही पडे़गी...और इतना ही नहीं ये सबके जूठे कप गिलास भी माजती है... तो ये सचाई है....हमारे देश की ...
1 Comment:
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- सुबोध said...
July 18, 2009 at 9:18 AMबेहद दुर्भाग्यपूर्ण खबर है,सुना है कोच के कहने पर ये सब हो रहा था, देश राष्ट्रकुल खेलों की तैयारी कर रह है लेकिन एक खिलाड़ी की ये दुर्दशा काफी कुछ सोचने को मजबूर करती है