क्या आपको तुरंत नकदी की जरूरत है और एकाउंट खाली है। क्लाइंट से चेक तो मिला है, लेकिन रात के वक्त जरूरत पड़ने पर उसका कोई फायदा नहीं? या फिर डेबिट कार्ड खोने के बाद आपको अपने बच्चे के जन्मदिन समारोह के लिए आयोजक को तुरंत पैसा देना है? जेब खाली और चिंताएं इतनी। लेकिन जल्द ही ये दिक्कतें दूर होने वाली हैं।
भारत में कुछ बैंक ऐसी टेक्नोलॉजी का परीक्षण कर रहे हैं, जिससे एटीएम में चेक डालकर तुरंत नकदी हासिल की जा सकेगी...

एटीएम बनेगा सीटीएम..सीटीएम क्या है?उत्तरी अमेरिका और यूरोप में चेक ट्रंकेटिंग मशीन (सीटीएम) का काफी इस्तेमाल होता है, जो विशेष एटीएम मशीन के अंदर रहती है। सीटीएम, एक ऐसा यंत्र है, जो तुरंत चेक वेरिफिकेशन और क्लियरेंस करती है। अमेरिका की एनसीआर कॉर्प. और डाईबॉल्ड इंक जैसी एटीएम बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की नजरें अब भारत के कुछ बैंकों पर टिक गई हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), आईडीबीआई और आईएनजी वैश्य जैसे कुछ बैंकों ने ऐसे एटीएम में दिलचस्पी जताई है। बैंकिंग नियामक रिजर्व बैंक ने भी इस कदम का स्वागत किया है। आरबीआई का कहना है कि यह ग्राहकों के लिए काफी बढि़या रहेगा।तो नकदी ऐसे भी ग्रहण करेगी एटीएम एनसीआर इंडिया के एमडी प्रदीप सेन ने कहा कि कंपनी बीते महीने से भारत में बैंकों को सीटीएम-एटीएम दिखा रही है। उन्होंने कहा, 'हम नई एटीएम मशीन भी लॉन्च करेंगे, जिसमें आप नोटों का बंडल इंसर्ट कर सकेंगे, वह भी किसी भी क्रम में।
एटीएम आपके नोट का अध्ययन करेगी और एकाउंट में रकम तुरंत क्रेडिट कर दी जाएगी।' फिलहाल एटीएम में रकम डिपॉजिट करने के लिए नकदी को एक लिफाफे में डालना पड़ता है। यह 24 घंटे में जाकर खाते में क्रेडिट होती है। देश में 48,000 से ज्यादा एटीएम सेंटर हैं, जो तीन शीर्ष एटीएम निर्माता कंपनियों (एनसीआर, डाईबॉल्ड और जर्मनी की विनकॉर निक्सडॉर्फ) के हैं। कैसे काम करेगी सीटीएम -एटीएमसीटीएम-एटीएम इंसर्ट किए जाने वाले चेक को स्कैन करती है और उसकी डिजिटल इमेज बनाती है। यह डिजिटल चेक इमेज क्लियरेंस के लिए इलेक्ट्रॉनिक आधार पर इसे जारी करने वाले बैंक के आईटी नेटवर्क पर भेजी जाती है।कुछ पलों में आपके खाते में रकम क्रेडिट कर दी जाती है, जिसे डेबिट कार्ड के जरिए तुरंत निकाला जा सकता है। या अगर आप अपना डेबिट कार्ड कहीं खो बैठते हैं या रखकर भूल जाते हैं, तो दोस्त को चेक जारी कर नकदी का संकट खत्म किया जा सकता है। आरबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि बैंकों को इंटर और इंटरा बैंक उद्देश्यों के लिए सीटीएम (चेक ट्रंकेटिंग मशीन) के इस्तेमाल की इजाजत पहले से दी गई है।
साभार हरसिमरन सिंह/ अमन ढल

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